Ecommerce in Hindi : क्या इ-कॉमर्स बिजनस भविष्य में दुनिया को बदलने वाला है?

Ecommerce In Hindi,

2021 में दुनिया भर में लगभग 40% से ज्यादा लोग सामान या प्रोडक्ट को खरीदने के लिए इंटरनेट का उपयोग करते हैं।

ऐसा इ-कॉमर्स बिजनस के वजह से मुमकिन हो रहा है|

ई-कॉमर्स क्या है? (Ecommerce in Hindi)

इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स या ई-कॉमर्स एक बिजनस मॉडल है, 

जो Firm और लोगों को इंटरनेट पर चीजें खरीदने और बेचने की अनुमति देता है।

ई-कॉमर्स बिजनस चार प्रकार के है :-

  • consumer से बिजनस
  • consumer से consumer
  • बिजनस से consumer

ई-कॉमर्स, जिसे कंप्यूटर, टैबलेट या स्मार्टफोन पर इस्तेमाल किया जा सकता है,

जिसको शॉपिंग के डिजिटल संस्करण की तरह माना जा सकता है।

ई-कॉमर्स लेनदेन के माध्यम से लगभग हर प्रोडक्ट और सर्विस उपलब्ध करवाता है|

जैसे:-किताबें , संगीत, हवाई जहाज के टिकट आदि |

E-Commerce Business कैसे शुरू करें ?

E-Commerce Business In Hindi

E-Commerce In Hindi

बिल गेट्स ने एक बार कहा था: ” यदि आपका बिजनस इंटरनेट पर नहीं है, 

तो आपका बिजनस ज्यादा समय तक नहीं टिकेगा।”

स्टेप 1: सही बिजनस प्लान और मॉडल बनाए

पहली चीज जो आपको करनी है, वह है सही ईकॉमर्स बिजनेस प्लान और ईकॉमर्स बिजनेस मॉडल को अच्छे से सेट-अप करना |

दो प्रकार के बिजनस मॉडल हैं, जिन्हें आप चुन सकते हैं। 

आप या तो सिंगल Vendor या मल्टी Vendor ईकॉमर्स स्टोर के साथ जा सकते हैं।

स्टेप 2: अपना ब्रांड बनाएं

अगला कदम अपने ब्रांड के लिए सही नाम को चुनना है।

आपके ब्रांड का नाम कुछ इस प्रकार होना चाहिए:

  • जो छोटा हो और याद रखने में आसान हो
  • नाम में आपका ब्रांड Reflect हो
  • नाम यूनीक हो  किसी अन्य भाषा में इसका कोई अन्य अर्थ ना हो

इसके साथ ही, आपको अपनी कंपनी के लिए एक Logo भी डिज़ाइन करना चाहिए।

स्टेप 3: अपनी कंपनी बनाना

अगला कदम आपकी कंपनी बनाने का है। भारत में, आमतौर पर चार लोकप्रिय प्रकार की कंपनियाँ हैं:

  • Sole proprietorship
  • वन पर्सन कंपनी
  • Limited Liability Partnership
  • प्राइवेट लिमिटेड कंपनी

स्टेप 4 : अपना ईकॉमर्स बिजनस रजिस्टर करें

भारत में अपना ईकॉमर्स बिजनस शुरू करना सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक है,

इसके लिए आपको अपने ईकॉमर्स बिजनस को रजिस्टर करना होगा |

जहां आपके स्टोर को कंपनी ऐक्ट , 2013 के तहत आधिकारिक रूप से रजिस्टर किया जाएगा।

स्टेप 5: बैंक अकाउंट खोलना

एक बार जब आपकी कंपनी ऐक्ट के तहत आधिकारिक रूप से रजिस्टर हो जाते है,

तो आपको इसके बाद एक बैंक अकाउंट खोलना होगा।

अकाउंट किसी भी बैंक में खोला जा सकता है, लेकिन अकाउंट कंपनी के आधिकारिक नाम से खोलना होगा।

एक बार आपका बैंक अकाउंट तैयार हो जाने के बाद, 

आप पेमेंट गेटवे प्राप्त करने और फिर उसे संचालित करने के लिए अपनी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर बेचे जाने वाले प्रोडक्ट को लिस्ट कर सकते हैं।

स्टेप 6 : अपनी ईकॉमर्स वेबसाइट बनाएं

अपनी वेबसाइट सेट करते समय, आप या तो एक पहले से बने प्लेटफ़ॉर्म चुन सकते हैं या इसे शुरू से ही बना सकते हैं।

दोनों के अलग-अलग फायदे हैं, हालांकि शुरुआत से वेबसाइट बनाना आमतौर पर अधिक पसंदीदा विकल्प होता है।

स्टेप 7: पेमेंट गेटवे

आपको अपने ऑनलाइन बिजनस को लाभदायक बनाने के लिए पेमेंट गेटवे स्थापित करने की आवश्यकता है

अपने ईकॉमर्स बिजनस के लिए पेमेंट गेटवे प्रदान करने के लिए, आपको निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे:

  • बिजनस के नाम पर बैंक अकाउंट
  • बिजनस का पैन कार्ड
  • Incorporation प्रमाणपत्र
  • मेमोरंडम ऑफ असोसीएशन
  • आर्टिकल ऑफ असोसीएशन
  • पहचान प्रमाण
  • Address प्रूफ
  • वेबसाइट उपयोग करने की शर्तें
  • वेबसाइट की प्राइवसी पॉलिसी

एक बार जब आप इन सभी दस्तावेजों को जमा कर देते हैं, 

तो आपको अपने ऑनलाइन बिजनस के लिए एक पेमेंट गेटवे प्रदान किया जाएगा, 

जिसके उपयोग से आप अपने ऑनलाइन पेमेंट को सक्षम कर सकते हैं।

कुछ लोकप्रिय पेमेंट गेटवे पेपाल, पेयू और रेजरपे हैं।

स्टेप 8: लॉजिस्टिक्स

भारत में एक सफल ई-कॉमर्स बिजनस चलाने के लिए यह कदम आवश्यक है।

लॉजिस्टिक्स से तात्पर्य है, किसी ग्राहक को ऑर्डर भेजने या किसी मर्चेंट को इन्वेंट्री ट्रांसपोर्ट करने की प्रक्रिया से है।

E-Commerce license In India

E-Commerce Business License In Hindi

E-Commerce Business In Hindi शुरू करने के लिए आवश्यक लाइसेंस के नाम नीचे दिए गए हैं:

बिजनस रेजिस्ट्रेशन

पहले चरण में, आपको अपने ऑनलाइन बिजनस के लिए अपनी कंपनी का प्रकार चुनना है, जो चार प्रकार के है :-

Sole proprietorship

शब्द “sole proprietorship” एक ऐसे बिजनस को दर्शाता है, जिसका मालिक केवल एक प्राकृतिक व्यक्ति है।

इसका मतलब है कि मालिक सभी बिजनस देनदारियों के लिए पूरी तरह जिम्मेदार और उत्तरदायी है।

पार्ट्नर्शिप फर्म

शब्द “साझेदारी फर्म” एक व्यवसाय प्रारूप को दर्शाता है जिसे भारत में ई-कॉमर्स व्यवसाय शुरू करने के लिए कम से कम 2 लोगों की आवश्यकता होती है।

प्राइवेट लिमिटेड कंपनी

शब्द “प्राइवेट लिमिटेड कंपनी” एक ऐसे बिजनस को दर्शाता है,

जिसके लिए भारत में ई-कॉमर्स व्यवसाय शुरू करने के लिए न्यूनतम 2 और अधिकतम 200 सदस्यों की आवश्यकता होती है।

One Person Company

वन पर्सन कंपनी या ओपीसी की अवधारणा काफी हद तक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की अवधारणा के समान है।

हालाँकि, दोनों के बीच मुख्य अंतर यह है कि पूर्व को इसके निगमन के लिए केवल 1 व्यक्ति की आवश्यकता होती है|

गुड्स एंड सर्विस टैक्स

यदि कोई व्यक्ति पूर्वोत्तर राज्यों के अलावा भारत में कहीं भी ई-कॉमर्स व्यवसाय शुरू करना चाहता है, 

तो उसे जीएसटी रेजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करना होगा, जब वार्षिक कारोबार 20 लाख रुपये की सीमा से अधिक हो।

Shop and Establishment Act

यदि मालिक पेमेंट गेटवे के माध्यम का उपयोग करना चाहता है, 

तो उसे अपने ऑनलाइन स्टोर और स्थापना लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता है।

ट्रेडमार्क रेजिस्ट्रेशन

ट्रेडमार्क रेजिस्ट्रेशन शब्द एक यूनीक Representation को दर्शाता है, 

जिसका उद्देश्य डोमेन नाम, ब्रांड नाम, स्लोगन, लोगो आदि की रक्षा करना है।

इसके अलावा, यह किसी के लिए भी आवश्यक है, जो भारत में ई-कॉमर्स बिजनस शुरू करना चाहता है।

Future of Ecommerce in Hindi

Future Of E-Commerce Business In Hindi

भारत दुनिया भर में दूसरा सबसे बड़ा ऑनलाइन बाजार है, 

जिसमें 560 मिलियन से अधिक इंटरनेट यूजर हैं, जो चीन के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा हैं।

2021 तक भारत में 60 करोड़ से अधिक इंटरनेट यूजर होने की उम्मीद है।

वर्तमान में इंटरनेट पर भारत का बिजनस क्षेत्र 51% की तेज गति से वार्षिक रूप से विकसित हो रहा है।

भारत तेज गति से ऑफ़लाइन मार्केटिंग को बंद कर रहा है और अधिकांश लोग ई-कॉमर्स पर स्विच हो रहे है |

विशेषज्ञ मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट के अनुसार, 

भारत में 2016 में $15 मिलियन से 2026 तक $200 बिलियन तक, ई-कॉमर्स क्षेत्र में लगभग 1200% की वृद्धि होने की उम्मीद है।

भारत में इ-कॉमर्स बिजनस का मार्केट

2016 में गूगल इंडिया रिसर्च के अनुसार, 2021 तक भारत को 100 अरब डॉलर का ऑनलाइन रीटेल रेविन्यू अर्जित करने की उम्मीद है, 

जिसमें से 35 अरब डॉलर फैशन ई-कॉमर्स के जरिए होगा।

2017 में ईकॉमर्स बिजनस 24 अरब डॉलर का बताया गया था |

इसे भारत में सबसे तेजी से बढ़ते बिजनस के रूप में मान्यता दी गई है।

टॉप E-Commerce Companies in Hindi

1. अमेज़न इंडिया

Monthly विज़िटर की अनुमानित संख्या: 322.54 मिलियन

2. फ्लिपकार्ट

Monthly विज़िटर की अनुमानित संख्या: 242.62 मिलियन

3. अलीबाबा

Monthly विज़िटर की अनुमानित संख्या: विश्व स्तर पर 175.95 मिलियन (भारत में 4.19 प्रतिशत)

4. स्नैपडील 

Monthly विज़िटर की अनुमानित संख्या: 56.41 मिलियन

5. मिंत्रा

Monthly विज़िटर की अनुमानित संख्या: 48.03 मिलियन

Benefits of Ecommerce in Hindi

Advantages Of E-Commerce Business In Hindi
  • कम स्टार्ट-अप लागत।
  • ग्राहक को रीटार्गेट या रीमार्केट करना आसान है |
  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेचने में सक्षम है।
  • प्रोडक्ट दिखाने के लिए आसान है।
  • आसानी से ग्राहक डेटा प्राप्त कर सकते है।
  • आसानी से व्यापार बढ़ाया जा सकता है।

Drawback of Ecommerce in Hindi

  • साइट क्रैश के दौरान कोई नहीं खरीद सकता |
  • ग्राहक खरीदने से पहले प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं कर सकते |
  • ईकॉमर्स अत्यधिक प्रतिस्पर्धी है|
  • ग्राहक का Patience कम हो सकता हैं|
  • शिपिंग टाइम लंबा हो सकता है|
Conclusion

तो यह थी Ecommerce in Hindi से जुड़ी सारी जानकारी, अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें,

अगर आपको  E-Commerce और Marketing से जुड़े कोई भी सवाल हो तो कमेन्ट मे जरूर पूछे|

Abhay K.R

Abhay K.R

अभय इस ब्लॉग के Founder हैं. वह एक Professional Blogger हैं जो Business, Online Marketing, Finance से जुड़ी विषय में रुचि रखते है. अगर आपको इस ब्लॉग मे बिजनस से जुड़ी कुछ भी जानकारी चाहिए, तो आप यहां बेझिझक पुछ सकते है. हमारा यह मकसद है की इस ब्लॉग पे आपको अच्छी से अच्छी जानकारी मिले.

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